टूटे और अधूरे घरों में रह रहे परिवारों की अपोस्टल अंकुर योसेफ नरूला ने 5.5 लाख रुपये देकर परिवारों की मदद की
डॉ. अंकुर यूसुफ नरुला ने 5.5 लाख की सहायता राशि देकर परिवारों के घरों की बहाली का संकल्प उठाया
जालंधर (जतिन बब्बर) परमेश्वर के अभिषिक्त सेवक अपॉस्टल डॉ. अंकुर यूसुफ नरुला ने हाल ही में जालंधर जिले के टूटे और अधूरे घरों में रह रहे परिवारों के लिए बड़ा कदम उठाया। उन्होंने इन परिवारों की बहाली के लिए 5,50,000 रुपये का चेक प्रदान किया।
डॉ. नरुला ने यह कदम केवल घरों की पुनर्निर्माण हेतु सहायता राशि नहीं दी, बल्कि मसीह के प्रेम की गर्मी व प्रकट करने के लिए भी उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि मसीह सिखाता है कि जरूरतमंद की मदद करना ही सच्ची उपासना है।
इस उदार कार्य के द्वारा न सिर्फ परिवारों को राहत मिली, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी मिला कि परमेश्वर उनके साथ है।

अंकुर नरुला मिनिस्ट्री केवल वचन की मदद पर नहीं रुकती। यह संस्था हर संभव तरीके से जरूरतमंदों को सहायता पहुंचाने में उपलब्ध कराती है, ताकि किसी परिवार को किसी भी प्रकार की भूख या सामान न सहना पड़े। यह मिनिस्ट्री बच्चों की पढ़ाई, स्वास्थ्य और अन्य जरूरी जरूरतों के लिए भी समय-समय पर सहायता प्रदान करती है।
गौरतलब है कि अंकुर नरुला मिनिस्ट्री, जिसे “द चर्च ऑफ साइन एंड वंडर” के नाम से जाना जाता है, द्वारा स्थापित हुई थी। यह मिनिस्ट्री 2008 से ईश्वर के कार्य में लगातार सेवाएं दे रही है। यह संस्था न केवल जालंधर बल्कि पूरे देश में जरूरतमंदों की मदद करती रही है।

यह मिनिस्ट्री परमेश्वर के उद्देश्यों – जरुरतमंदों की सहायता, विश्वाशियों की आत्मिक उन्नति, और समाज सेवा – को पूरा करने के लिए समर्पित है। यह गरीबों, बेसहारों और अभावग्रस्त लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक सहायता जैसे प्रकल्पों के माध्यम से उनकी जिंदगी संवार रही है।
अंकुर नरुला ने कहा कि यह कार्य समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है और सभी को जरूरतमंदों की मदद कर मानवता सेवाओं का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि मसीह के बताए मार्ग पर चलकर ही नई उमंग और विश्वास प्राप्त किया जा सकता है।
