Prayer

आपकी आषीषे क्यों रुक जाती है

“आपकी आशीषें क्यों रुक जाती हैं?” – यह एक गहरा आध्यात्मिक प्रश्न है, और इसका उत्तर बाइबल के सिद्धांतों पर आधारित है। परमेश्वर हमसे प्रेम करता है और हमारी भलाई चाहता है, लेकिन कभी-कभी हमें ऐसा महसूस हो सकता है कि उसकी आशीषें हमारे जीवन में रुक गई हैं। इसके पीछे कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:


1. अविश्वास और संदेह

बाइबल कहती है कि “बिना विश्वास के परमेश्वर को प्रसन्न करना असंभव है” (इब्रानियों 11:6)। अगर हम संदेह करते हैं और परमेश्वर पर पूरा भरोसा नहीं रखते, तो हमारी आशीषें रुक सकती हैं।

समाधान: परमेश्वर पर पूरा भरोसा रखें और उसके वचन पर स्थिर रहें।


2. पाप और अवज्ञा

यशायाह 59:1-2 कहता है कि हमारे पाप हमारे और परमेश्वर के बीच एक दीवार बना सकते हैं, जिससे उसकी आशीषें हम तक नहीं पहुंच पातीं। अगर हम जानबूझकर परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं कर रहे हैं, तो आशीषें रुक सकती हैं।

समाधान: पश्चाताप करें, अपने पापों को स्वीकार करें, और परमेश्वर के मार्ग पर चलें।


3. अधीरता और अपनी इच्छा थोपना

कई बार हम परमेश्वर के समय का इंतजार नहीं करते और अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं। बाइबल कहती है, “जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल पाएंगे” (यशायाह 40:31)।

समाधान: धैर्य रखें और परमेश्वर की योजना पर भरोसा करें।


4. आत्मिक जीवन की ठहराव (Spiritually Stagnant Life)

अगर हम प्रार्थना, बाइबल अध्ययन और आराधना में पीछे हट जाते हैं, तो हमारी आत्मिक उन्नति रुक सकती है और आशीषें भी कम हो सकती हैं।

समाधान: नियमित प्रार्थना करें, परमेश्वर के वचन को पढ़ें, और उसकी संगति में बने रहें।


5. परीक्षाएँ और आत्मिक परिपक्वता

कभी-कभी परमेश्वर हमारी आस्था को परखने के लिए आशीषों को रोक सकता है, ताकि हम आत्मिक रूप से मजबूत हो सकें। अय्यूब का जीवन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

समाधान: परीक्षा के समय धैर्य रखें और सीखें कि परमेश्वर आपसे क्या चाहता है।


6. कृतज्ञता की कमी

अगर हम पहले से मिली आशीषों के लिए परमेश्वर का धन्यवाद नहीं करते, तो नई आशीषें आना बंद हो सकती हैं।

समाधान: हमेशा परमेश्वर का धन्यवाद करें, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।


निष्कर्ष

परमेश्वर हमें आशीष देना चाहता है, लेकिन कई बार वह हमें सही मार्ग पर लाने के लिए या हमारी परीक्षा लेने के लिए उन्हें रोक सकता है। जब भी आपको लगे कि आशीषें रुक गई हैं, आत्मनिरीक्षण करें, प्रार्थना करें, और परमेश्वर के करीब जाएं। वह निश्चित रूप से आपको अपनी आशीषों से भर देगा! 🙏✨

क्या आप इस विषय पर और गहराई से जानना चाहते हैं? 😊

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