पोप फ्रांसिस नहीं रहे | 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस | वेटिकन में शोक की लहर
पोप फ्रांसिस नहीं रहे | 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस | वेटिकन में शोक की लहर
वेटिकन सिटी — ईसाई समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का आज 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने वेटिकन सिटी में अंतिम सांस ली। उनके निधन से न केवल कैथोलिक चर्च, बल्कि समस्त विश्वभर के करोड़ों अनुयायियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है।
पोप फ्रांसिस, जिनका असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोलियो था, वर्ष 2013 में पोप चुने गए थे। वे पहले लैटिन अमेरिकी और पहले जेसुइट पोप थे, जिन्होंने चर्च में कई ऐतिहासिक बदलावों की शुरुआत की। वे अपने सादगीपूर्ण जीवन, गरीबों के प्रति सहानुभूति और विश्वशांति के संदेश के लिए विश्वभर में जाने जाते थे।
वेटिकन ने एक आधिकारिक बयान में उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा,
“पोप फ्रांसिस ने शांति, करुणा और प्रेम का जीवन जिया। उनका योगदान अनमोल था, और उनकी अनुपस्थिति सदैव महसूस की जाएगी।”
उनके निधन के बाद वेटिकन में शोक की अवधि घोषित कर दी गई है, और विश्वभर के चर्चों में प्रार्थनाएं आयोजित की जा रही हैं।
अंतिम संस्कार की तिथि और व्यवस्था जल्द ही वेटिकन द्वारा घोषित की जाएगी।